दियूनी बांध से डेड लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद से शाहजहाँपुर में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। नदी के किनारे बसी कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुस गया है। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए कॉलोनियो के अंदर नाव चल रही है। हालांकि यहां करा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है फिलहाल जिला प्रशासन का दावा है कि अगले दो-तीन दिन में लोगों को बाढ़ से राहत मिल जाएगी।
शाहजहांपुर दो गर्रा और खन्नौत नदियों के बीच में बसा है। पहाड़ों पर हो रही लगातार भारी बारिश के बाद पीलीभीत के दियूनी बांध से डेड लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने के बाद से मुख्य गर्रा नदी उफान पर है जो बांध से पानी छोड़े जाने के बाद से खतरे के निशान के करीब बहे रही है। लेकिन बाढ़ का पानी नदी के किनारे बसी कॉलोनीयों के अंदर घुस गया है। जिसके चलते जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। कॉलोनीयो से लोगों को निकालने के लिए नाव का सहारा लिया जा रहा है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और पीएसी की टुकड़ियों तैनात की गई है। जो जरूरत पड़ने पर मोर्चा संभालेगी। आपको बता दे की इसी साल जुलाई में बाढ़ ने शाहजहांपुर शहर के अंदर भारी तबाही मचाई थी। जिसके चलते एक बार लोग फिर से दहशत में है।
वहीं जिला प्रशासन का कहना है कि बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद से जिला प्रशासन अलर्ट पर है। जिला प्रशासन का यह दावा है कि अगले दो-तीन दिनों में बाढ़ का पानी कम हो जाएगा और लोगों को राहत मिलेगी। एसडीआरएफ और पीएसी को तैनात कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन लगातार बाढ़ पर नज़र बनाये हुए है।
पिछले दो महीने पहले आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। यहां शहर के मुख्य मार्ग पर स्ट्रीमर चलाये जा रहे थे। बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद और शहर की कॉलोनियो में पानी घुसने से यहां एक बार फिर से लोगों में बाढ़ की दहशत पैदा हो गई है।