17 सितंबर 2024: कोलकाता से वाराणसी की यात्रा पर निकला राजमहल क्रूज़ आज दिन में गाजीपुर के नवापुरा घाट पर पहुंचा। इस क्रूज़ में सवार 22 विदेशी सैलानियों ने गाजीपुर में अपनी यात्रा का आनंद लिया और स्थानीय संस्कृति तथा ऐतिहासिक स्थलों की सैर की।
गाजीपुर में विदेशी सैलानियों ने स्थानीय बाजार और प्रमुख स्थलों का दौरा किया। उनके यात्रा कार्यक्रम में गोराबाजार स्थित लॉर्ड कॉर्नवालिस का मकबरा और पार्क भी शामिल था। लॉर्ड कॉर्नवालिस ब्रिटिश हुकूमत के वाइस राय रहे और उनकी मृत्यु प्लेग से गाजीपुर में हुई थी। यह स्थल विदेशी सैलानियों के लिए एक महत्वपूर्ण आकर्षण स्थल बना हुआ है, और यह ऐतिहासिक महत्त्व के कारण अक्सर विदेशी पर्यटकों द्वारा देखा जाता है।
इंग्लैंड से आए सैलानी बेंड ने बताया, “मेरी मां ने गाजीपुर के बारे में बताया था, और आज यहां आकर हमें बहुत खुशी हुई। यह जगह बहुत सुंदर और ऐतिहासिक है।”
बेल्जियम से आए एटन ने क्रूज़ की यात्रा को रोमांचक बताते हुए कहा, “इंटरनेट पर इस यात्रा के बारे में जानकारी मिली और हमने इसका अनुभव करने का निर्णय लिया। पानी में यात्रा का अनुभव अद्भुत रहा। भारतीय लोग बहुत ही मित्रवत और अच्छे हैं।”
वहीं, एक बुजुर्ग विदेशी सैलानी ने भारत के इतिहास की सराहना की और कहा, “भारत का इतिहास बहुत गौरवशाली है और यहां के लोग बहुत अच्छे हैं। इस यात्रा ने हमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के बारे में और अधिक जानने का मौका दिया।”
इस यात्रा ने विदेशी सैलानियों को न केवल गाजीपुर की ऐतिहासिक धरोहर से परिचित कराया बल्कि भारतीय संस्कृति और मेहमाननवाजी का भी गहरा अनुभव प्रदान किया। राजमहल क्रूज़ की यह यात्रा गाजीपुर की पर्यटन संभावनाओं को उजागर करने के साथ-साथ विदेशी सैलानियों को भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक समृद्धि से रूबरू कराने का महत्वपूर्ण अवसर साबित हुई है।