गाजीपुर, 16 सितंबर 2024: गंगा नदी का जलस्तर गाजीपुर जिले में लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे जिले में स्थिति गंभीर हो गई है। गंगा का जलस्तर वर्तमान में 63.400 मीटर पर पहुंच चुका है, जबकि खतरे का निशान 63.105 मीटर है। इस वृद्धि की रफ्तार 1 सेंटीमीटर प्रति घंटे की है, जिससे प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है और लोगों की चिंताओं में इजाफा हुआ है।
जिले की पांच तहसीलें—सदर, मुहम्मदाबाद, सैदपुर, जमानिया, और सेवराई—भारी बाढ़ से प्रभावित हैं। इन तहसीलों के कुल 20 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। बाढ़ के कारण रेवतीपुर के नगदीलपुर गहमर बाइपास मार्ग पर दो स्थानों पर पानी आ गया है, जिससे आवागमन बाधित हो गया है। इसके अलावा, नगदीलपुर, हसनपुरा, बीरऊपुर, और नसीरपुर के विभिन्न मार्गों पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है।
गंगा में बाढ़ की वजह से इलाके में सैकड़ों बीघे फसलें जलमग्न हो चुकी हैं। मुहम्मदाबाद की सेमरा-शिवराय का पुरा क्षेत्र, जो गंगा तट के नजदीक है, वहां भी पानी किनारे तक पहुंच चुका है। इस स्थिति ने स्थानीय लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है। वहीं, शहर के निचले इलाकों में भी बाढ़ का पानी भरने से जीवन प्रभावित हो रहा है।
प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए जिले में 11 राहत शिविर स्थापित किए हैं। हालांकि, स्थानीय लोग बाढ़ की स्थिति को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं और राहत कार्यों की तीव्रता की मांग कर रहे हैं। प्रशासन और राहत टीमों ने प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन चुनौती बड़ी है और बाढ़ की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे राहत शिविरों का लाभ उठाएं और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें। साथ ही, बाढ़ के पानी के साथ संपर्क में आने से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
अधिक जानकारी और अपडेट के लिए स्थानीय प्रशासन और राहत विभाग से संपर्क बनाए रखें।