फर्रुखाबाद में गंगा और रामगंगा नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे क्षेत्र में चिंता का माहौल बन गया है। गंगा नदी का जलस्तर पांचाल घाट पर 137.10 मीटर तक पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान के बराबर है। रामगंगा का जलस्तर भी 136.20 मीटर पर है, जबकि चेतावनी बिंदु 136.60 मीटर और खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है।
गंगा नदी में नरौरा बांध से 1,67,000 क्यूसेक, बिजनौर बैराज से 91,000 क्यूसेक, और हरिद्वार बांध से 86,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके परिणामस्वरूप, भरखा तिराहा और चित्रकूट डिप पर दो-दो फीट पानी भर गया है, जिससे दोपहिया वाहनों की आवाजाही में समस्या उत्पन्न हो रही है।
रामगंगा में आज 20,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। तेजी से बढ़ रहे पानी की वजह से रामपुर, उदयपुर, आशा की मड़ैया, सुंदरपुर, नगला दुर्गू, तीसराम की मड़ैया, हरसिंहपुर कायस्थ, ऊगरपुर, और सैदापुर के ग्रामीणों को नाव के माध्यम से आवागमन करना पड़ रहा है।
दौलतपुर चकई मार्ग और हरिहरपुर गांव के रास्ते भी पानी में डूब गए हैं, जिससे ये रास्ते बंद हो गए हैं। फकरपुर, बनारसीपुर, किराचन, और चौरामार्ग पर पानी का बहाव तेज हो गया है, जिससे इन क्षेत्रों में भी आवागमन प्रभावित हो रहा है।
यह स्थिति तहसील अमृतपुर क्षेत्र में देखी जा रही है, और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है। राहत और बचाव कार्यों के लिए तैयारी की जा रही है ताकि प्रभावित ग्रामीणों को सहायता प्रदान की जा सके।