बांधों और लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना और बेतवा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। गुरुवार की रात को बेतवा नदी का जलस्तर 102.120 मीटर और यमुना का 101.320 मीटर पर पहुँच गया। दोनों नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जबकि खतरे का निशान क्रमशः 104.54 और 103.63 मीटर है।
कानपुर के घनी आबादी वाले मोहल्लों में बेतवा नदी का पानी घेरने लगा है। इस स्थिति को देखते हुए गुरुवार की रात कानपुर-सागर हाईवे पर फूलारानी मंदिर स्थित पुलिया को ईंटों की दीवार बनाकर बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, प्रशासन ने सवेरे मेरापुर और भिलावा वार्ड में डुग्गी पिटवाकर लोगों को बाढ़ के संभावित खतरों से आगाह किया है। तटीय इलाके खाली कराए जाने भी शुरू हो गए हैं।
डीएम ने बाढ़ की स्थिति पर चर्चा करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की और आपातकालीन रणनीति तैयार की। बेतवा नदी के बढ़ते जल स्तर से पुराना बेतवा घाट और खालेपुरा जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।
स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को तेज कर रही हैं, और जनता से सतर्क रहने की अपील की गई है।