गाजीपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गयी है । नवजात की मौत के बाद पीड़ित परिजनों ने अस्पताल संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाया है । परिजनों ने अस्पताल संचालक पर इलाज मे लापरवाही से नवजात की मौत का आरोप है ।
मामला दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के हरदासपुर गांव स्थित जीवनदीप हेल्थ केयर सेंटर का है । ये प्राईवेट हॉस्पिटल बगैर पंजीकरण के अवैध तरीके से चल रहा है । नवजात की मौत के बाद पीड़ित परिजनों ने थाने मे तहरीर दी है । फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन मे जुटी हुई है ।
बताया जा रहा है कि खुदाबख्शपुर गांव के रहने वाले मुकेश ने अपनी गर्भवती पत्नी अनीता को डिलेवरी के लिये डाक्टर डीके गौतम के यहां ले गया । हैरान करने वाली बात ये है कि डाक्टर ने महिला की नार्मल डिलेवरी कराने का झांसा देकर पहले तो उसे आठ इंजेक्शन दिये और उसके बाद महिला को एक आटो मे बिठाकर कुछ देर तक गड्ढा वाली सड़को पर घुमाया । अस्पताल संचालक झोलछाप डाक्टर ने परिजनों को कहा कि आटो मे घुमाने से प्रेशर बनेगा और नार्मल डिलेवरी हो जायेगी । लेकिन महिला को डिलेवरी पेन न होने पर परिजन उसे लेकर जीवनदीप केयर अस्पताल में ले गये जहां सिजेरियन के जरिये महिला का प्रसव कराया गया ।
आरोप है कि प्रसव के दौरान नवजात की मौत हो गयी।जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल मे हंगामा शुरु किया तो अस्पताल संचालक अपने साथियों के साथ नवजात के शव को लेकर भागने लगा।पीड़ित परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी ।मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया,और मामले की तफ्तीश मे जुटी है ।