चंदौली के पंडित कमलापति त्रिपाठी संयुक्त जिला चिकित्सालय परिसर में बारिश से जल मग्न की स्थिति लगातार बनी हुई है। बारिश का पानी यहां के सिस्टम की पोल खोल रही है। परिसर के अंदर बारिश के पानी की निकासी व्यवस्था पूरी तरीके से फेल है। इसी परिसर में स्थित सीएमओ कार्यालय भी पानी से भरा हुआ है। जिले का प्रमुख चिकित्सालय होने के बाद भी यहां निकासी कि कोई व्यवस्था नहीं है। जलमग्न होने से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ मरीजों और उनके परिजनों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ रही। जनपद के अलग-अलग क्षेत्र से मरीज इस उम्मीद से यहां पहुंचते हैं कि बीमारियों का उपचार ठीक ढंग से हो सकेगा लेकिन यहां आते ही उनकी समस्याएं बढ़ जाती हैं। जनपद से सटे राज्य बिहार से भी मरीज यहां काफी संख्या में उपचार के लिए आते हैं लेकिन उन्हें भी इस गंदे पानी से होकर अस्पताल के अंदर प्रवेश करना होता है। गंदे पानी से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस जलमग्न से मरीज के साथ आए परिजन, अस्पताल के अंदर कार्य कर रहे स्टाफ, डॉक्टर सबके ऊपर बीमार होने का खतरा मंडरा रहा है। वही संक्रामक बीमारियों से निजात दिलाने वाला अस्पताल खुद बीमार है। इस समस्या को दूर करने की जरूरत अस्पताल प्रशासन और जिला प्रशासन नहीं समझ रहा। जब भी पानी भरता है, अधिकारी कार्य योजना बनाकर शासन को भेजने की बात करते हैं लेकिन इस दुर्व्यवस्था से ग्रसित चिकित्सालय की तस्वीर में कोई अंतर देखने को नहीं मिलता। प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा मरीज, परिजन, स्वास्थ्य कर्मी सब लगातार भुगत रहे है।