फर्रुखाबाद में स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। जिले के डॉ राम मनोहर लोहिया जिला अस्पताल में इलाज की सुविधा का आभाव बढ़ता जा रहा है, जिससे मरीज उपचार के लिए भटक रहे हैं। जानकारी के अनुसार, कमीशन खोरी के चलते अस्पताल में दोनों ऑक्सीजन प्लांट बंद हो गए हैं, और मरीजों को बाहर से ऑक्सीजन खरीदी जा रही है।
प्रदेश सरकार द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लाखों दावों के बावजूद, ज़मीनी हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है। सरकारी अस्पताल में न तो पर्याप्त डॉक्टर हैं और न ही किसी प्रकार की अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में मरीजों की अत्यधिक भीड़ और लंबी कतारें, स्थिति को और भी गंभीर बना रही हैं। प्रतिदिन हजारों मरीजों के आने से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
संचारी रोगों के इलाज के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद अस्पतालों में मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। जमीन पर पड़े मरीज और स्टेचर पर लगे ऑक्सीजन सिलेंडर, अस्पताल की बदहाल स्थिति का स्पष्ट प्रमाण हैं। 20 लाख रुपए से ज्यादा के बजट के बावजूद, अस्पताल में इलाज की स्थिति जस की तस बनी हुई है।