उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों के सामने पूरा जिला प्रशासन व वन विभाग नतमस्तक है। कई दिनों से जिला प्रशासन व भेड़ियों के बीच लुका छिपी का खेल लगातार जारी है। आलम ये है कि जिला प्रशासन 57 टीमों की तैनाती का दावा ठोंक रही है। बावजूद इसके अभी तक भेड़ियों के आतंक से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।
शनिवार की रात हरदी थाना क्षेत्र में फिर भेड़िया ने दस्तक दी। भेडिये ने घर में मां के साथ लेटे हरदी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पूरे बस्ती गड़रिया के मजरा जंगल पुरवा निवासी पारस(07) पर हमला किया। भेड़िया ने बालक को गले से दबोच कर भागने का प्रयास किया। लेकिन उसकी चींख सुन परिजन जाग गए। परिजनों का शोर सुन भेड़िया खेतों में भाग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस व वन टीम ने बालक को सीएचसी महसी पहुंचाया। जहां उसका इलाज जारी है। अचानक फिर हुए हमले से दहशत बढ़ गई है।
जनपद की महसी तहसील के हरदी व खैरीघाट थाना क्षेत्रों के लगभग 50 गांव भेड़ियों से प्रभावित हैं। पूरे क्षेत्र में शासन-प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर जागरूकता व धरपकड़ अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को भी दिनभर डीएफओ बहराइच अजीत प्रताप सिंह, डीएफओ बाराबंकी आकाशदीप बधावन व बीडीओ हेमंत यादव के नेतृत्व में टीमों ने अभियान चलाया लेकिन खाली हाथ रहीं। वहीं ग्रामीण भी टोली बनाकर भेड़ियों को तलाशते रहे लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। गौरतलब है कि बाकी दोनों भेड़ियों को पकड़ने के लिए तीन थर्मल ड्रोन, चार पिंजरे, आधा दर्जन जाल व छह ट्रैपिंग कैमरे लगाए गए हैं। इसके बावजूद भेड़िये हाथ नहीं लग रहे हैं। भेड़ियों से बचाव व उन्हें पकड़ने के लिए पीएसी के 200 जवान, राजस्व विभाग की 32 व वन विभाग की 25 टीमें लगाई गई हैं। टीमों द्वारा हर संभव कवायद की जा रही है लेकिन दो भेड़ियों की होशियारी के आगे सभी कवायदें फेल नजर आ रही हैं।