उत्तराखंड सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि गौकशी करने वालों की सजा गोली मारना होना चाहिए उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए ये उक्त बाते उन्होंने माधोपुर की घटना के संबंध में पत्रकार वार्ता के दौरान कही। इसके साथ ही धरना देने वाले जनप्रतिनिधियों को गौकशी करने वालों का संरक्षक बताया, तो वहीं पूरे घटनाक्रम में पुलिस की कारवाई को सराहा और उनकी पीठ थपथपाई।
देहरादून रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उत्तराखंड सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने माधोपुर की घटना पर बोलते हुए पुलिस गौ सेवा आयोग ने गौ संरक्षण स्क्वायड का गठन किया है जिसमें पुलिस के कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उक्त टीम गौकशी की सूचना पर माधोपुर गांव में गई थी जिसे एक व्यक्ति गौ मांस ले जाता हुआ दिखा। पुलिस टीम ने उसे चेकिंग के लिए रोका तो उसकी बाइक से मांस का एक टुकड़ा गिर गया और पकड़े जाने के डर से वह तालाब में कूद गया और उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि इस मौत में पुलिस का कोई हाथ नहीं। वहीं उन्होंने कहा कि जिस परिवार का वह युवक था उस परिवार पर गौकशी के पहले से ही सात मुकदमे दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि गौकशी करने वालों को शीशे की गोलियों से मार देना चाहिए। तो वहीं उन्होंने कांग्रेस विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि गौ हत्यारों का संरक्षण करने के लिए जो जनप्रतिनिधि धरना दे रहे हैं उसकी कड़ी निन्दा करते है जिन लोगों ने कानून तोड़ने की कोशिश की सभी पर मुकदमा लिखा जाना चाहिए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करनी चाहिए चाहें वह कितना ही बड़ा आदमी क्यों न हो।
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बेटियों के साथ अन्याय करने वाले किसी सूरत में बख़्शे नहीं जायेंगे। वहीं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष साढ़े नौ करोड़ की अनियमितता के मामले में कारवाई पर उन्होंने कहा कि न्यायालय के आदेश का पालन होगा और मामले में उचित कारवाई होगी।