डीएम ने निरिक्षण कर सम्बंधित अधिकारियों को लगाई फटकार

लखीमपुर खीरी के डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल ब्लाक और ट्रांजिट हास्टल भवन का निर्माण कार्यो का निरीक्षण करते हुए उसकी प्रगति जानी और संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। मेडिकल कॉलेज की निर्माण गति धीमी होने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई।

खबर लखीमपुर खीरी से है जहाँ डीएम ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल ब्लाक परिसर का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंची, जहां उन्होंने मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य व गुणवत्ता के संबंध में जानकारी ली और निर्देशित किया कि मेडिकल कालेज का निर्माण कार्य समयबद्ध व गुणवत्ता पूर्ण ढंग से पूरा करें, सर्वप्रथम डीएम ने व्यू कटर थ्री-डी माडल से मेडिकल कॉलेज की संरचना समझी, उन्होंने प्रथम तल पर निर्मित वार्ड रूम की लंबाई, चौड़ाई एवं ऊंचाई की अपने सामने माप करवाकर अनुमन्य माप से क्रॉस चेक किया, डीएम ने एएसी ब्लॉक, ईट और सीमेंट की जांच के लिए सैंपल भी करवाया। मौजूद अफसरों से नक्शे पर फ्लोर प्लान भी देखा।

डीएम के पूछने पर कार्यदाई संस्था पीडब्लूडी निर्माण खंड प्रथम लखनऊ के ईई ने बताया कि हॉस्पिटल ब्लाक में 58.98 प्रतिशत काम हुआ है। युद्धस्तर पर काम जारी रखते हुए पूरा कर लिया जाएगा। निर्माण की धीमी प्रगति पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर कर फटकार लगाई। कहा कि गत डेढ़ वर्ष में हॉस्पिटल ब्लॉक का निर्माण 58.98 फीसदी हुआ, तो नवंबर तक कार्य को कैसे पूरा कराएंगे ? इस संबंध में उन्होंने विशेष प्रयास कर निर्माण कार्य मिशन मोड में तय समय में हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि मेडिकल कालेज निर्माण परियोजना व्यापक जनहित की हैं।

सरकार जिले में मेडिकल कालेज के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। यह शासन की शीर्ष प्राथमिकता है। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर जोर देते हुए चेताया भी है कि निर्माण कार्यों में अनावश्यक लेटलतीफी पर जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी। और निर्देश दिए कि पीडब्ल्यूडी निरंतर मेडिकल कॉलेज निर्माण का अनुश्रवण, पर्यवेक्षण करें, डीएम ने निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, सीएमएस डॉ ज्योतिमल्होत्रा, अधिशासी अभियंता निर्माण खंड प्रथम पीडब्लूडी लखनऊ के ईई अशोककुमार, प्रोजेक्ट इंजीनियर डीडीएफ अनिरुद्ध मौर्य, प्रोजेक्ट मैनेजर एनकेजी इंफ्रा पवन पांडे, ईई अनिल कुमार यादव, डीएसटीओ अरविंद कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे, इसके बाद डीएम ने ट्रांजिट हास्टल भवन का निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।

उन्होंने जांच के लिए उपयोग में लाई गई सीमेंट, ईट आदि निर्माण सामग्री का सैंपल भरवाया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने पाया कि 16 आवासों (तृतीय तल) के स्लैब का कार्य पूर्ण हैं, चिनाई, प्लास्टर, खिड़की एवं फर्श का कार्य प्रगति पर है। सभी तलों के स्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण है। भवन के सभी तलों के आन्तरिक सतहों के प्लास्टर का कार्य पूर्ण एवं बाहरी साइड की प्लास्टर का कार्य प्रगति में मिला। भूतल की फर्श का कार्य पूर्ण है तथा शेष तलों में फर्श का कार्य प्रगति में है।

भवन के तलों पर वाल पुट्टी का कार्य, दरवाजे, खिड़कियों का कार्य प्रगति में है। वही कार्य पूर्ण करने में विलम्ब करने हेतु ठेकेदार के अनुबन्ध पर रू. 03 लाख की एलडी के रूप में पेनाल्टी लगायी गयी है, डीएम ने बारीकी से पूरे परिसर का निरीक्षण कर निर्माण कार्य के संबंध में जरूरी निर्देश दिए। सारे निर्माण कार्य को पूर्ण करते हुए गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के भी निर्देश दिए। कार्यदायी संस्था को 15 अक्टूबर तक परियोजना के समस्त कार्य शत प्रतिशत पूर्ण करते हुए हैंडओवर करने के निर्देश दिया, डीएम के पूछने पर पीडब्लूडी के ईई केके झा ने बताया कि निर्माणाधीन ट्रांजिट हॉस्टल परियोजना की कुल स्वीकृत लागत रु. दो करोड़ चौतीस लाख रुपए है। परियोजना की शुरुआत 27 अगस्त 2021 में हुई थी।

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