ग़ाज़ीपुर में उफ़नाई गंगा में समाहित हुआ मकान, परिवार के सभी लोगों को निकला गया सुरक्षित, मौके पर पहुचें आला अधिकारी

ग़ाज़ीपुर के सदर कोतवाली इलाके स्थित टेढ़ी बाजार के मल्लाह बस्ती में एक मकान जिसमें परिवार के पांच सदस्य थे, वह अचानक से भर भरा कर गंगा में समाहित हो गया। हालांकि गनीमत यह रही कि उस मकान में रहने वाले सभी पांच लोगों को आसपास के लोगों को समय रहते घर से निकाल लिया था नहीं तो आज एक बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं घटना की जानकारी होते ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और उन लोगों ने पीड़ित परिवार के लोगों से बातचीत किया साथ ही उस मोहल्ले के अन्य मकानों को भी देखा की कोई अन्य मकान में भी इस तरह की गिरने की नौबत तो नहीं है।

बताते चले की टेढ़ी बाजार के मल्लाह टोली मोहल्ले से होकर नगर पालिका का एक नाला बहता है जो पूरे नगर का पानी गंगा में मिलता है और इसी नाले के किनारे मल्लाह समाज के लोगों की एक बस्ती है। और उसे नाले में गंगा का पानी घुस चुका है और वहां पिछले कई सालों से लोग रहते हैं और यहीं पर प्रकाश चंद चौधरी और संगीता देवी अपने तीन बच्चों के साथ रहते थे और इनका पूरा मकान नाले के किनारे था और उनके मकान के नीचे से आसपास के लोगों के घरों के निकलने वाले पानी का पाइप भी पड़ा हुआ था ।

कल शाम करीब 6:00 बजे पड़ोस की किसी महिला ने मकान में कंपन होने की आवाज सुनी और मोहल्ले के साथ इन लोगों को भी बताया और इसकी जानकारी नगर पालिका के अधिकारियों को भी दिया गया शाम में ही नगर पालिका के अधिकारी मौके पर पहुंचकर मुआयना भी किए थे हालांकि एहतियात के तौर पर स्थानीय सभासद को निगरानी का जिम्मा भी सौंप थे ।

जानकारी के अनुसार इस घर मे प्रकाश चौधरी अपनी पत्नी संगीता देवी व अपने 3 बच्चो के साथ रहते थे । जैसे ही परिवार के लोगों के द्वारा यह सूचना मिली कि मकान में दरार पड़ रही है। मुहल्ले के सभासद प्रतिनिधि ने वर्तमान नगर पालिका परिषद के ईओ लोकेश कुमार को इस बात की सूचना दी। ईओ लोकेश कुमार ने तत्काल सभासद प्रतिनिधि से समस्त परिजनों को मकान खाली कराते हुए शेल्टर हाउस पर ले जाने के लिए कहा इस निर्दश पर सभासद प्रतिनिधि ने सभी परिवार के लोगो को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था ।

बता दें कि सभासद के पुत्र अभी उस मोहल्ला में अभी लोगों से बातचीत ही कर रहे थे की तभी मकान तेज आवाज के साथ गिर पड़ा और प्रकाश चंद के परिवार की पूरी गृहस्थी नगदी जेवरात समेत सब कुछ गंगा में समाहित हो गया। घटना की जानकारी होते ही नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी एडीएम क्षेत्राधिकारी, सदर कोतवाल सहित तमाम अधिकारी पहुंचे और स्थानीय लोगों के साथ ही साथ पीड़ित परिवार से पूरी जानकारी लिया और इन लोगों को सेंलटर होम में भेजे जाने की बात कही लेकिन पीड़ित परिवार आज रात अभी उसी मोहल्ले में अपने परिचितों के पास रहने की बात कर रहा है और अगले दिन सुबह उसे सेंलटर होम में जाने की बात कहा वही प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित परिवार का बैंक अकाउंट आधार सहित तमाम दस्तावेज भी लिए ताकि इन्हें जैविक आपदा के तहत राहत राशि दिलाया जा सके ।

ब्यूरो रिपोर्ट – प्रदीप शर्मा एबीएस न्यूज़

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