नीरज ने जेवलिन थ्रो में जीता रजत, गांव खंडरा समेत पूरे देश में खुशी की लहर, टोक्यो ओलंपिक का पहला रजत

भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। नीरज का इस सत्र का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इसी के साथ नीरज आजादी के बाद एथलेटिक्स में दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन वह पेरिस में टोक्यो का प्रदर्शन नहीं दोहरा सके। पाकिस्तान के नदीम ने अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर का रिकॉर्ड थ्रो कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है।

ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 88.54 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने पहले प्रयास में फाउल के साथ शुरुआत की। नीरज को शुरू से ही नदीम से कड़ी चुनौती मिलने की उम्मीद थी। वहीं, जूलियन वेबर ने भी पहले प्रयास में फाउल किया। गत चैंपियन नीरज चोपड़ा ने भी पेरिस ओलंपिक के फाइनल में फाउल के साथ शुरुआत की। नीरज भाला फेंकने के बाद खुद पर नियंत्रण नहीं रख सके और लाइन को छू गए जिससे उनका प्रयास फाउल करार दिया गया। मालूम हो कि नीरज ने क्वालिफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में 89.34 मीटर का थ्रो कर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया था।

पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए अपने दूसरे प्रयास में 92.97 मीटर का थ्रो फेंका और शीर्ष पह पहुंच गए। नदीम का यह थ्रो ओलंपिक में फेंका गया अब तक का सर्वश्रेष्ठ थ्रो है। इससे पहले ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ थ्रो 90.57 मीटर का था। यह रिकॉर्ड नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्दसन के नाम था। एंड्रियास ने 2008 में बीजिंग खेलों में यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था, लेकिन नदीम ने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने दूसरे प्रयास में शानदार प्रदर्शन करते हुए 89.45 मीटर का थ्रो किया और वह अरशद नदीम के बाद दूसरे स्थान पर आ गए थे। नीरज के करियर का यह दूसरा और इस सत्र का सर्वश्रेष्ठ सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने तीसरे प्रयास में 88.72 मीटर का थ्रो फेंका और वह शुरुआती तीन प्रयास के बाद शीर्ष पर बने हुए थे। नीरज चोपड़ा ने तीसरे प्रयास में भी फाउल किया। नीरज ने इसके बाद अगले तीनों प्रयास फाउल किए। नीरज फाइनल में सिर्फ एक ही सफल प्रयास कर सके। इससे पहले 10 मुकाबलों में नीरज ने हमेशा नदीम को हराया था, लेकिन पेरिस खेलों में फाइनल में नदीम शुरुआत से ही नीरज से आगे रहे।

मां सरोज देवी ने बताया कि नीरज ने रजत पदक जीता है। यह खुशी उनके लिए खुशी की बात है। वह हर बार स्वर्ण पदक लाता था। इस बार रजत आया है। वे स्वर्ण और रजत में कोई फर्क नहीं मानते। उनके लिए यह भी पदक है। नीरज का मैच पूरा समय अच्छी तरह से देखा है। उसका जोरदार स्वागत करेंगे और उसकी पसंद का चूरमा खिलाया जाएगा। नीरज जब बोलेगा तब शादी करेंगे।

चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि पेरिस ओलंपिक को लेकर नीरज की तैयारी अच्छी थी। उन्होंने 89.45 मीटर का अच्छा थ्रो किया है। जबकि क्वालिफाइंग राउंड में उनका थ्रो 89.34 मीटर रहा है। नीरज के इस थ्रो से देश को रजत पदक मिला है। इस बार स्वर्ण पदक नहीं आ पाया। यह देशवासियों के लिए खुशी की बात है।

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