धर्म परिवर्तन कराने का नया मामला बरेली के बहेड़ी कस्बे के मोहल्ला सिंह गौटिया का है जहाँ प्रार्थना सभा की आड़ में पादरी धर्म परिवर्तन करा रहा था। हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने सूचना दी तो पुलिस कथित पादरी को गिरफ्तार कर लिया। रात में ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। आरोपी पास्टर ने बताया कि वह 2004 में ईसाई धर्म ग्रहण कर चुका है। तब से वह सामाजिक संस्था ऑपरेशन अगाफे से जुड़ा है। वह गांव-गांव जाकर ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार करता है।
रविवार सुबह लोगों को सूचना मिली कि एक घर में ईसाई मिशनरी की ओर से धर्मांतरण कराया जा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो एक घर के अंदर कई लोग दिखे। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। उस दौरान ईसाई धर्म की प्रार्थना चल रही थी। लोगों के हाथ में ईसाई धर्म से जुड़ा साहित्य भी था। पुलिस के साथ विश्व हिंदू परिषद के विपिन गंगवार, सोनू मोदी सहित कई अन्य लोग पहुंच गए। वहां रामचरित मानस के साथ बाइबिल भी रखी थी। दोनों की तुलना कर लोगों को मानसिक तौर पर धर्मांतरण के लिए तैयार करने की कोशिश की जा रही थी।
बताया जा रहा था कि जो खासियत उनके धर्म में है, वह सनातन धर्म में नहीं है। इसके बाद प्रलोभन में आकर कुछ लोगों ने धर्मांतरण करने का मन भी बना लिया था। पुलिस ने मौके पर मिले कथित पादरी ईश्वरी प्रसाद को हिरासत में ले लिया और अपने साथ कोतवाली ले गई।आरएसएस के नगर प्रचारक अनुज गुप्ता ने घटनाक्रम की जानकारी जिले के अधिकारियों को दी। उधर पुलिस ने आरोपी ईश्वरी प्रसाद निवासी घाटगांव के खिलाफ विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली।