‘UPSC की तैयारी से हारी छात्रा ने किया सुसाइड नोट, पिता ने लगाया युवक पर परेशान करने का आरोप

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब यूपीएससी की तैयारी कर रही एक और छात्रा के आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। हालांकि आत्महत्या की घटना ओल्ड राजेंद्र नगर में 21 जुलाई को हुई, लेकिन मामला अब मीडिया की जानकारी में आया।घटना के दिन सुबह के समय छात्रा अंजलि (25) ने अपने पीजी के रूम में पंखे से लटककर खुदकुशी कर ली थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। छानबीन के बाद उसका शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बाद में तमाम औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया।

पुलिस को मृतका के पास से अंग्रेजी में लिखा तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। नोट में अंजलि ने अपना दर्द बयां कर यूपीएससी छात्रों की परेशानियों का जिक्र किया है। अंजलि ने छात्रों पर बढ़ते दबाव और पीजी व हॉस्टल की बढ़ती फीस को छात्रों पर भारी बताया है। नोट में वह खुद के डिप्रेशन में होने की भी बात कर रही है। पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र के अकोला शहर की रहने वाली अंजलि पिछले करीब चार सालों से दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में पीजी में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। इसके परिवार में माता-पिता व अन्य सदस्य हैं।

अंजलि के पिता महाराष्ट्र पुलिस में एएसआई हैं। 21 जुलाई की सुबह परिवार को अंजलि के आत्महत्या करने की बात पता चली। परिवार दिल्ली आ गया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि अंजलि यूपीएससी में अपने तीन प्रयास कर चुकी थी, लेकिन उसका चयन नहीं हो पाया था। इसके बाद से वह लगातार डिप्रेशन का शिकार थी। डॉक्टर से इलाज करवाने के बाद भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हो पा रहा था। अपने नोट में अंजलि ने इसका जिक्र किया है। अंजलि की दोस्त श्वेता ने पुलिस को बताया है कि 11 जुलाई को व्हाट्सएप पर हुई चैट में अंजलि ने पीजी की बढ़ती फीस का जिक्र किया था। दरअसल अंजलि को पांच अगस्त को हॉस्टल खाली करना था, लेकिन इससे पहले ही उसने मौत को गले लगा लिया। मौत के बाद उसने अंगदान करने की ख्वाहिश जाहिर की थी।

अंग्रजी में लिखे सुसाइड नोट में सबसे पहले अंजलि ने आत्महत्या करने के लिए अपने माता-पिता से माफी मांगी है। वह लिखती है कि हर संभव प्रयास के बाद भी उसे शांति नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से वह डिप्रेशन का शिकार हो गई है। डॉक्टर को दिखाने के बाद भी उसे आराम नहीं लग रहा है। अंजलि लिखती है कि उसका सपना था कि वह पहले प्रयास में यूपीएससी पास कर ले, लेकिन छात्रों पर बढ़ते दबाव और रोजमर्रा की दिक्कतों की वजह से वह ऐसा नहीं कर पाई। वह लिखती है कि आत्महत्या इसका कोई हल नहीं है, लेकिन इसके बाद भी वह मौत को गले लगा रही है। अपने नोट में उसने सरकारी नौकरियों में पारदार्शिता लाने और नौकरी पैदा करने की बात लिखी है। नोट में अंजलि पीजी और हॉस्टल की फीस बढ़ने और उस पर अंकुश लगाने की बात करती है। उसका कहना है कि यह लोग छात्रों को लूट रहे हैं, छात्र यह झेल नहीं पाते हैं। बढ़ती फीस की वजह से उसको भी हॉस्टल छोड़ना पड़ रहा है। नोट में अंजलि ने किसी किरन आंटी और अंकल का जिक्र किया है। वह लिखती है कि उसने उनके घर पर खूब मजा किया है, अंत वह माता-पिता को लिखती है, उसके जाने के बाद वह दुखी नहीं होंगे और उसके मरने के बाद उसके अंग दान कर देंगे।

अंजलि के पिता ने उसके एक दोस्त पर परेशान करने का आरोप लगाया है। मामले में अंजलि के पिता ने दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी से शिकायत की। उनका आरोप था कि युवक उनकी बेटी के साथ मारपीट करता था। मामले के जांच अधिकारी उनकी नहीं सुन रहे हैं। पिता ने कार्रवाई करने की बात कही है। पिता की वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अंजलि के शरीर पर किसी भी तरह के कोई चोट के निशान नहीं मिले थे। मेडिकल रिपोर्ट में कोई मारपीट की बात भी नहीं आई है। वहीं पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन का कहना है कि पिता की शिकायत पर केस के जांच अधिकारी को तलब किया गया था। मामले की जांच जारी है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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