बीते 24 घंटे के दौरान जम्मू-कश्मीर में हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई। वीरवार तड़के जम्मू व श्रीनगर समेत कई जिलों में बारिश से नदी-नालों में उफान आ गया। उधर पुलवामा के पंपोर में बादल फटने से एक घर में पानी भर गया, हालांकि कोई नुकसान नहीं हुआ। तो वहीं रामबन के हिंगनी में सुबह करीब आठ बजे पस्सियां गिरने से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एक घंटे तक बंद रहा। इसी के साथ वैष्णो देवी में हेलिकॉप्टर सेवा भी दिनभर बंद रही। बारिश के कारण जम्मू के निचले इलाकों में पानी भर गया। शहर के बठिंडी इलाके में दो मकान गिरने की सूचना मिली है। तो वहीं राजोरी, सांबा, पुंछ में बारिश से सड़कों पर पस्सियां गिरने से कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए। बुद्धल, गब्बर, कोटरंका ख्वास, ढलेरी, बड्डाल जाने वाली संपर्क सड़कों पर यातायात ठप रहा।
किश्तवाड़ समेत प्रदेश के सभी नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है। राजोरी में सुबह से दोपहर तक भारी बारिश हुई। रियासी, सांबा, कठुआ, पुंछ, डोडा, श्रीनगर में भी बारिश दर्ज की गई है। राजोरी, सांबा, पुंछ में बारिश से सड़कों पर पस्सियां गिरने से कई गांव जिला मुख्यालय से कट गए। बुद्धल, गब्बर, कोटरंका ख्वास, ढलेरी, बड्डाल जाने वाली संपर्क सड़कों पर यातायात ठप रहा। कुछ गांवों में मकानों को भी नुकसान पहुंचने की सूचना है। सांबा में रात एक बजे शुरू हुई बारिश वीरवार दोपहर एक बजे तक जारी रही। पुंछ जिले में मूसलाधार बारिश सुबह 9 बजे शुरू हुई जो 12 बजे तक रही। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। सिंचाई के लिए पानी की जरूरत पूरी हो गई।
बीते 24 घंटे के दौरान, जम्मू में 112, रियासी में 74.5, कटड़ा में 72.9, उधमपुर में 32.2 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है। मौसम विभाग श्रीनगर ने पांच अगस्त तक कश्मीर और जम्मू संभाग के अधिकांश स्थानों पर हल्की से भारी बारिश के साथ आमतौर पर बादल छाए रहने की सम्भावना व्यक्त की है। इस दौरान प्रदेश के संवेदनशील स्थानों पर अचानक बाढ़ आने, बादल फटने, भूस्खलन की आशंका जताई है। दिल्ली में आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में वर्षा में 35 से 45 प्रतिशत तक कमी रही है।