सूर्य -अस्त होते ही लखनऊ में लेसा कर्मचारी अपने कार्यालय में हो जाते है मस्त

भीषण गर्मी और उमस के बीच जहाँ लखनऊ में एक तरफ जनता बिजली कटौती से परेशान है, तो वहीं दूसरी तरफ लेसा कर्मचारी उपकेंद्र में शाम होते ही शराब पीने में व्यस्त हो जाते हैं। मुंशी पुलिया डिवीजन के इंदिरा नगर सेक्टर-14 न्यू पावर हाउस में कर्मचारियों द्वारा शराब पीने का वीडियो सामने आया है। जिसमें शाम होते ही कर्मचारियों ने शराब पीना शुरू कर दिया है।
वायरल वीडियो में कुछ कर्मचारी उपकेंद्र के अंदर दारू पीते हुए नजर आ रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इसमें करीब 6 से ज्यादा कर्मचारी शराब पीते दिख रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद जनता की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। हालांकि एबीएस न्यूज़ इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। विभागीय जांच के बाद ही कुछ पता चलेगा। पावर कॉर्पोरेशन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए है।
मौजूदा समय में लखनऊ में बिजली कटौती लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है। इसको लेकर जनता लगातार विरोध कर रही है। बिजली कटौती का आलम यह है कि कई इलाकों में पूरे दिन में 8 से 10 बार बिजली चली जाती है। कटौती से परेशान जनता ने पिछले पांच दिन में करीब 7 जगहों पर हंगामा कर सड़क जाम व प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की हैं। बात यहीं तक नहीं रुकी आलम ये है कि नाराज लोगों ने परेशान होकर रात एक बजे विधायक को जगा दिया।
बिजली कटौती से परेशान लोगों की सबसे बड़ी शिकायत यह है कि फाल्ट और कटौती के बाद लेसा की तरफ से घंटों कोई कर्मचारी या अधिकारी जवाब नहीं देता। और न ही कोई मौके पर पहुंचता है। वहीं दूसरी तरफ शाम होने के साथ ही शराब पीने की वजह से कर्मचारी सही से जनता की समस्या का समाधान करना तो दूर ठीक से बात भी नहीं कर पाते हैं।
भीषड़ गर्मी और उमस की वजह से पिछले एक सप्ताह में करीब 125 ट्रांसफॉर्मर खराब होने की जानकारी मिल रही है। यही नहीं आपूर्ति की स्थिति यह है कि 4000 से ज्यादा ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ाने की जरूरत है। ​​​लेसा सूत्रों की माने तो प्रतिदिन करीब 18 से ज्यादा छोटे-बड़े ट्रांसफार्मर खराब होते हैं। जिसमें से 100 केवी से नीचे के ट्रांसफार्मर सबसे ज्यादा खराब होते हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले दिनों मोहनलालगंज के 60 गांव की करीब एक लाख आबादी को तीन दिन तक विभागीय लापरवाही के कारण बिजली नहीं मिल पाई। जबकि लेसा में मौजूदा समय ट्रांसफार्मर की संख्या 40 हजार तक पहुंच गई है।
एक ओर पावर कॉर्पोरेशन और ऊर्जा मंत्री बड़े- बड़े दावे करते हुए अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर सभी दावों के बाद भी लखनऊ में बिजली व्यवस्था बेपटरी बानी हुई है। स्थिति यह है कि शहर में प्रतिदिन करीब 30 से ज्यादा इलाकों में बिजली का आना-जाना लगा रहता है। जबकि कटौती को लेकर कॉल सेंटर के 1912 नंबर पर लखनऊ से प्रतिदिन करीब 1500 से ज्यादा फोन आ जाते हैं।

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