मायावती कॉलोनी में डायरिया ने ऐसा कहर बरपाया कि एक बच्ची की मौत के बाद उसकी बुआ सहित दो और लोगों को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। गंदगी, बीमारी और मौत के बारे में पूछने पर स्थानीय लोग बरस पड़ते हैं। कहते हैं कि बरसात में सेप्टिक टैंक का पानी नालों में आया। जब से कॉलोनी बनी है, तब से कभी सीवर लाइन की सफाई नहीं हुई। लखनऊ के बेहद पॉश एरिया इंदिरा नगर से जुड़े तकरोही के मायावती कॉलोनी का यह हाल है। 700 से ज्यादा बने मकानों की कॉलोनी में बड़ी संख्या में लोग डायरिया और उल्टी दस्त की चपेट में हैं। मंगलवार को इलाके से 2 मौत की खबर आई। हालांकि स्थानीय लोगों की मानें तो यहां के लोग रोजाना डायरिया की चपेट में आ रहे हैं।
इसके पीछे कारण ये हैं कि जगह-जगह पर सप्लाई के कनेक्शन की पाइप टूटी हुई है। यही से नालों और सीवर का पानी घरों में सप्लाई हो रहा है। मौके पर नगर निगम, जलकल की टीम, स्थानीय पार्षद भी थे। चारों तरफ गंदगी के कारण, पूरा वातावरण ही दूषित है। सूत्रों के मुताबिक़ CHC इंदिरा नगर के प्रभारी और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार भार्गव ने बताया कि अब तक कुल 410 से ज्यादा घरों का होम सर्विलांस किया जा चुका है। इस दौरान करीब 1800 लोगों तक मेडिकल टीम ने पहुंच कर उनका हालचाल जाना है।
लखनऊ में इस सीजन में डायरिया से पहली बार दो लोगों की मौत हो गई है। इनमें एक 12 साल की लड़की और 55 साल की महिला हैं। दोनों लखनऊ के इंदिरा नगर, तकरोही की रहने वाली थीं। लड़की का इलाज राम मनोहर लोहिया संस्थान में चल रहा था। जबकि महिला का इलाज बाराबंकी के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। मेडिकल टीम अलग-अलग जगह पर कैंप कर रही है। इनमें एक मोबाइल मेडिकल यूनिट की वैन भी है। किसी गंभीर मरीज के आते ही उसे ड्रिप देने की व्यवस्था की गई हैं। और ब्लड सहित अन्य जांच की सुविधा है, 15 मेडिकल स्टॉफ तैनात किए गए हैं।