लखनऊ के मड़ियांव पुलिस ने बताया कि पिछले कई महीनों से लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में एटीएम बदलकर जालसाली की शिकायतें मिल रही थीं। इस बीच 17 जुलाई को अलीगंज की रहने वाली अंजली कन्नौजिया ने भी शिकायत की। अंजली ने पुलिस को बताया था कि वो अलीगंज स्थित यूनियन बैंक के एटीएम में पैसे निकालने गई थी। इसी समय 2 अनजान लोग वहां आए, पीछे खेड़े होकर मेरा पासवर्ड देख लिया। इसी समय मुझसे बातचीत कर मेरा एटीएम कार्ड बदल दिया। मेरा कार्ड कैसे बदला मुझे समझ तक नहीं आया। मैं घर पहुंची तो मेरे मोबाइल पर मैसेज आने लगा। चार बार में 26 हजार 825 रुपए निकाला गया।
Vo2- अंजली की शिकायत के बाद पुलिस ने 4 टीमें बनाकर जांच शुरू किया। अलीगंज इलाके के यूनियन बैंक से सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साथ ही सर्विलांस की मदद भी ली गई। बुधवार-गुरूवार की रात 12:40 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि 2 संदिग्ध व्यक्ति मड़ियांव में एडवांस डायग्नोस्टिक सेंटर के पीछे कार लेकर खड़े हैं। वो किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। पुलिस ने वहां पहुंचकर दोनों को पकड़ा। पूछताछ में दोनों की पहचान राजापुर मुसाफिरखाना, अमेठी के रहने वाले अशीष कुमार सिंह उर्फ मनोज कुमार (28) पुत्र लाल बहादुर सिंह और तरसड़ा सागर, मुंशीगंज अमेठी के रहने वाले आदर्श पाण्डेय (29) पुत्र राजेश कुमार के रूप में हुई।
Vo3- पुलिस ने जब आरोपियों से उनके बारे में पूछा तो दोनों पहले गोलमाल जवाब देते रहे। तलाशी में उनके पास से अलग-अलग बैंकों के 80 एटीएम कार्ड बरामद किए गए। साथ ही लैपटॉप, तीन मोबाइल मिले। कड़ाई से पूछने पर बताया कि वो शहर के अलग अलग इलाकों में एटीएम के पास खड़े होते हैं। बुजुर्गों और महिलाओं को टार्गेट कर उनके एटीएम कार्ड बदलते हैं। फिर खाते से पैसे निकालते हैं।