संवाददाता राघवेंद्र सिंह
बस्ती।जनपद के गीतकार माहेश्वर तिवारी की जयंती पर शहर के अटल बिहारी बाजपेई प्रेक्षागृह में कमला शिक्षण संस्थान द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में कवियों ने अपने – अपने रंग में गीत सुनाकर महफिल में समां बांध दी।वरिष्ठ कवि डा.शिव ओम अम्बर के संचालन में लखनऊ से आए गीतकार डा.सुरेश ने ‘ इस नगर हैं उस नगर हैं, पाँव में बाँधे सफर हैं। थके हारे – नींद के मारे,हम तो ठहरे यार बंजारे ।।’ सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कानपुर के गीतकार विनोद श्रीवास्तव ने एक खामोशी हमारे बीच है, तुम कहो तो तोड़ दूं पल में सुनाकर गीत- गंगा में डुबकी लगवाई। चित्तौड़गढ़ से पधारे गीतकार रमेश शर्मा ने ‘कभी मेरा सावन देखना,सब अभी से बदल गया मां’ जैसे गीतों से मंचासीन कवियों और सभागार में बैठे लोगों को भावुक कर दिया। बदायूं की कवयित्री डा.सोनरूपा विशाल ने ‘प्यार में डूबना ही पड़ता है, प्यार में आचमन नहीं होता’ सुनाकर सभी को रोमांचित कर दिया। लखनऊ के कवि धीरज मिश्र शांडिल्य ने सावन के आगमन पर कई छंद सुनाए और वृक्ष क्षमायाचना गीत से सभी को भावुक किया। जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार डा.राम नरेश सिंह मंजुल ने माहेश्वर तिवारी से जुड़े कई संस्मरण सुनाए।
वाचिक परंपरा के श्रेष्ठ हिंदी कवि गीतकार डा. बुद्धिनाथ मिश्र को कार्यक्रम में प्रतीक चिह्न एवं पुरस्कार राशि देकर माहेश्वर तिवारी सम्मान -2024 से सम्मानित किया गया। उसके बाद उन्होंने एक बार ‘और जाल फेंक रे मछेरे’ जाने किस मछली में बंधन की चाह हो, सुनाकर सभी का मन जीत लिया। अयोध्या के संत आचार्य मिथिलेश नंदिनी शरण की अध्यक्षता में हुए इस आयोजन में स्मृति शेष गीतकार की गजल- संग्रह ‘धूप पर कुहरा बुना है’ का लोकार्पण भी मंच से किया गया। जिसमें संस्था के सचिव संतोष सिंह, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य राहुल गुप्ता, माहेश्वर तिवारी की सुपौत्री अक्षरा माहेश्वर आदि उपस्थित रहे। आचार्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कविता की परिभाषा बताते हुए गीत- तत्व के विषय में कई रोचक बातें साझा की। कार्यक्रम के संयोजक जनपद के युवा कवि रामायण धर द्विवेदी ने सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हर वर्ष 22 जुलाई को जयंती समारोह आयोजित होगा जिसमें एक वरिष्ठ गीतकार एवं एक युवा गीतकार को पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंतिम सोपान में जनपद के गणमान्य लोगों में नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि अंकुर वर्मा , पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा, महेश शुक्ला, प्रधानाचार्य डा.सर्वेष्ट मिश्र, संजय मिश्र समाजसेवी, भावेश पाण्डेय, रवींद्र सिंह , डा.पारस वैद्य, अंगद पांडेय, अजय विश्वकर्मा, मुकेश चंद्र पाण्डेय , रंकस कुमार आदि को सम्मानित किया गया। शहर के रचनाकार वीरेन्द्र त्रिपाठी, लोकेश त्रिपाठी,विनोद उपाध्याय, समीर तिवारी, बी.के वर्मा, माही यादव, मयंक तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।श्रोताओं ने इस कवि सम्मेलन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जो कि किसी भी कार्यक्रम की जान होती है।