लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 69,000 शिक्षक भर्ती का मामला एक बार फिर गरमाता दिख रहा है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के इस मुद्दे को उठाने के बाद आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस भर्ती के आरक्षण प्रभावितों को नियुक्ति देने की मांग की है। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस मामले में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को भेजे अपने पत्र यह लिखा
आजाद समाज पार्टी प्रमुख और नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सीएम योगी को भेजे अपने पत्र में कहा है कि 69,000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण के नियमों की अनदेखी की वजह से आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का मानक के अनुरूप चयन नहीं हो सका। इससे अभ्यर्थियों का भविष्य अधर में है। इनकी शिकायत पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने भी वर्ष 2021 में यूपी सरकार को दी रिपोर्ट में स्पष्ट किया था कि भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया है।
सीएम योगी ने दिया था आश्वासन : चंद्रशेखर आजाद
सांसद चंद्रशेखर आजाद ने लिखा कि विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से सीएम योगी ने मुलाकात की थी और समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था। पर ऐसा नहीं हुआ। वहीं, जनवरी 2022 में बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया में हुई गलती को मानते हुए 6,800 अभ्यर्थियों की सूची जारी कर नियुक्ति देने की बात कही लेकिन दो साल बाद भी नियुक्ति नहीं मिली।
आजाद समाज पार्टी प्रमुख और नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मुख्यमंत्री योगी से निवेदन किया है कि अभ्यर्थियों की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देश देकर प्रभावित अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाए।